-जल की बचत के लिए नियमों से पहले जिम्मेदारी समझनी होगी
-गुरुग्राम का घटता भूजल स्तर है चिंता का विषय
गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल ने कहा कि हरे-भरे शहर से बाहर निकलकर अब हम कं्रक्रीट के शहर में रहने लगे हैं। हमने निजी स्वार्थ के लिए अपने आसपास के प्राकृतिक जल स्रोत तालाब, बावड़ी सब बंद कर दिए हैं। किसी समय में यहां पर 37 मीटर गहराई पर पानी निकल आता था। अब हालात यह हो चुके हंै कि हमारे यहां का भूजल स्तर काफी नीचे जा चुका है। इसे हमने ही बिगाड़ा है तो सुधारना भी हमारी जिम्मेदारी है।
सार्वजनिक कार्यक्रमों में माध्यम से जनता को जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुक करने के साथ अब सोशल मीडिया के माध्यम से भी नवीन गोयल ने जागरुकता अभियान शुरू किया है। अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से वे जनता तक पहुंच रहे हैं। एक जागरुकता वीडियो संदेश में नवीन गोयल ने कहा कि जल की बचत करने के लिए हमें अपने रिहायशी, व्यवसायिक क्षेत्रों में वाटर हार्वेस्टिंग बनवाने चाहिए, ताकि बरसात का करोड़ों लीटर पानी जमीन में जा सके और हमारा वाटर लेवल सुधरे। उन्होंने कहा कि हम छोटे-छोटे प्रयासों से बड़ा काम कर सकते हैं।
अपने वाहनों को धोने के लिए कम से कम पानी का इस्तेमाल करें। गलियों में पानी ना बहाएं। उन्होंने कहा कि साल 2022 में जल स्तर 37.7 मीटर था, जो कि अब बढक़र 37.32 मीटर हो चुका है। यानी जल स्तर नीचे ही गया है। ऐसे में हम समझना होगा कि हम इस स्तर को बढ़ाएं या घटाएं। नवीन गोयल ने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग बनाने की जिम्मेदारी को समझें।
उन्होंने कहा कि निर्माण साइट पर पानी का कम उपयोग, नलों पर टूंटी लगाकर जल की बचत तो हम कर ही सकते हैं, साथ ही आरओ, एसी से निकलने वाले पानी को पेड़-पौधों में सिंचाई कर सकते हैं। नवीन गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के मार्गदर्शन में पर्यावरण संरक्षण विभाग काम कर रहा है। पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी विभाग निभा रहा है।