गुरू गोबिंद सिंह जी के बेटों के नाम से वीर बाल दिवस सिखों का सच्चा सम्मान: नवीन गोयल
–गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव पर रक्तदान शिविर में कही यह बात
गुरुग्राम। गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव पर गुरुवार को रोटरी क्लब ऑफ गुडग़ांवा साउथ सिटी व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में रोटरी के असिस्टेंट गवर्नर गजेंद्र गुप्ता ने 35वीं बार रक्तदान किया।
इस अवसर पर कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल, क्लब की अध्यक्षा बबीता यादव, असिस्टेंट गवर्नर रोटरी गजेंद्र गुप्ता (कार्यवाहक अध्यक्ष), पवन सुरा, जेएस मराठा, महासचिव धीरज गुप्ता, प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर करनैल सिंह संधू मौजूद रहे। गुरू गोबिंद सिंह जी को नमन करते हुए पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने कहा कि वर्तमान केंद्र और प्रदेश सरकार महापुरुषों के सम्मान के लिए सराहनीय कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने देश में 26 दिसम्बर के दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाना घोषित किया है। यह गुरू गोबिंद सिंह जी के वीर बच्चों के लिए तो बड़ा सम्मान है ही, साथ में सिखों का भी यह बड़ा सम्मान है।
एक महान योद्धा व धमज़्गुरु थे गुरु गोबिंद सिंह: बबीता यादव
क्लब की अध्यक्षा बबीता यादव ने कहा कि पूरा राष्ट्र और दुनियाभर में फैले सिख समुदाय के लोग गुरू गोबिंद सिंह जी के धैर्य, साहस और बलिदान को इस पवज़् पर नमन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह अपने पिता गुरू तेग बहादुर जी के बलिदान के बाद सिखों के 10वें गुरू बने। एक महान योद्धा, चिंतक, कवि होने के साथ भक्ति व आध्यात्मिकता से परिपूर्ण उनका जीवन था।
गुरु गोबिंद सिंह जी के बेटों का बलिदान को नमन: गजेंद्र गुप्ता
असिस्टेंट गवर्नर रोटरी गजेंद्र गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में बिहार की राजधानी पटना में 22 दिसम्बर 1666 को गुरू गोबिंद सिंह जी का जन्म हुआ था। वे अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। गुरु गोबिंद सिंह जी ने सिखों के सामूहिक निकाय खालसा की स्थापना की, जो सिखों को उनकी धार्मिक पहचान देता है। उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी के दो बलिदानी बेटों को भी नमन किया। उनके छोटे बेटों को मुगल सेनाओं ने पकड़ लिया और उन्हें इस्लाम में परिवर्तित होने के लिए मजबूर किया। युवा लड़कों ने इनकार कर दिया और एक दीवार के अंदर जिंदा चुनवाकर उनकी हत्या कर दी गई।