परिकल्पना

आँखों में भले आसमां मेरी लेकिन जड़ें ज़मीन में ही रखता हूँ।
जो हो मेरे भारत के हित में काम मैं केवल वो करता हूँ।

मेरा विज़न एक ऐसे स्वस्थ, सुदृढ़, सभ्य और समान समाज का निर्माण करना है जिस समाज में हर जन जहां अपने पूर्ण अधिकारों को प्राप्त करे बल्कि अपने कर्तव्यों को पूर्ण जागरूकता से भी निभाए। शिक्षा समाज का ऐसा आधार है जिस पर जन समूह की विशाल इमारत टिकी होती है। अतः शिक्षा की इसी बुनियाद को और अधिक मजबूत बनाना तथा आधुनिक शिक्षा को हर बच्चे तक पहुंचाना मेरा अग्रिम लक्ष्य है। कोरोना ही नहीं हर जानलेवा बीमारी से भारत को मुक्त करवाना हमारा लक्ष्य है इसलिए हर प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने हेतु जितने अथक प्रयास करने हों, मेरे प्रयास अनवरत चलेंगे। स्वच्छता स्वास्थ्य की परिभाषा है स्वच्छता का औचित्य जीवन से जुड़ा है। अतः स्वस्थ समाज के लिए पहले स्वच्छ पर्यावरण का होना अत्यावश्यक है। मेरे नगर की प्रत्येक गली, प्रत्येक चौक, प्रत्येक मोहल्ला, प्रत्येक सड़क तथा प्रत्येक कॉलोनी साफ सुथरी हो इसके लिए पर्याप्त सुविधाओं के साथ-साथ जागरूकता अभियान चलाना भी मेरा प्रबल लक्ष्य है।