-सेक्टर-4 सामुदायिक केंद्र में बिहार दिवस व होली मिलन समारोह में कही यह बात
-सभी को ज्ञान एवं संघर्ष की भूमि बिहार के स्थापना दिवस की दी बधाई

गुरुग्राम। व्यापार प्रकोष्ठ भाजपा हरियाणा के प्रदेश संयोजक नवीन गोयल ने शुक्रवार को सेक्टर-4 के सामुदायिक केंद्र में राजेंद्र प्रसाद फाउंडेशन की ओर से बिहार दिवस समारोह एवं होली मिलन समारोह में शिरकत करके बिहार में पैदा हुईं उन महान हस्तियों को नमन किया, जिन्होंने देश के विकास में अपनी अहम भूमिका अदा की है। उन्होंने शुक्रवार 22 मार्च को अस्तित्व में आए बिहार दिवस की भी लोगों को शुभकामनाएं दीं।


इस अवसर पर रिटायर आईपीएस शील मधुर, रिटायर आईएएस पीके शर्मा, भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक पवन यादव, जिला संयोजक दीपक वर्मा, सतेंद्र सिंह, जनार्दन, दलीप कुशवाहा, अजय भारद्वाज, धर्मेंद्र मिश्रा, राजू समेत अनेक लोग उपस्थित रहे। इससे पहले भी एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के बतौर प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल ने अलग-अलग राज्यों के स्थापना दिवस मनाकर गुरुग्राम में बसे अलग-अलग राज्यों के लोगों को एकता का संदेश दिया है। बिहार दिवस पर उन्होंने कहा कि गुरुग्राम के विकास में बिहार के लोगों का अहम योगदान है। नवीन गोयल ने कहा कि बिहार का एक समृद्ध इतिहास है, जो 20वीं सदी की शुरुआत से है। यह 22 मार्च 1912 को उस समय अस्तित्व में आया था, जब ब्रिटिश राज ने बिहार को बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग राज्य के रूप में बनाया था। इतने बड़े क्षेत्र पर शासन करने में अंग्रेजों के सामने आने वाली प्रशासनिक कठिनाइयों को दूर करने के लिए यह निर्णय लिया गया था। देशरत्न, लोकनायक, जननायक, राष्ट्रकवि क्या कुछ नहीं दिया बिहार ने। बिहारियों ने देश बसाए हैं। अपने पसीने से देश संवार रहे हैं। कोई कोना नहीं, जिसे बिहार के लोगों ने सींचा न हो। भारत का इतिहास जहां से प्रारंभ होता है और वर्तमान जहां खड़ा है, उसके पन्ने बिहारियों के योगदान के बिना अधूरे हैं। बिहार की पहली राजधानी पटना थी, जो बंगाल प्रेसीडेंसी की भी राजधानी थी। बिहार के गठन की शताब्दी को चिह्नित करने के लिए 2010 में पहला बिहार स्थापना दिवस इन हिंदी मनाया गया था। बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 22 मार्च को बिहार दिवस के रूप में घोषित किया। तब से राज्य भर में प्रतिवर्ष बड़े उत्साह के साथ दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि बिहार दिवस राज्य के समृद्ध इतिहास और संस्कृति का जश्न मनाता है, जो मगध साम्राज्य सहित कई प्राचीन सभ्यताओं का घर रहा है। राज्य ने मौर्य, गुप्त और पाल राजवंशों सहित कई साम्राज्यों के उत्थान और पतन को देखा है, जिन्होंने राज्य की संस्कृति, भाषा और परंपराओं पर स्थायी प्रभाव छोड़ा है। हिंदी में बिहार दिवस का इतिहास स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष के साथ भी जुड़ा हुआ है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कई प्रमुख नेता, जिनमें महात्मा गांधी, जयप्रकाश नारायण और डॉ. राजेंद्र प्रसाद शामिल हैं, बिहार में पैदा हुए थे। बिहार ने चंपारण और भारत छोड़ो आंदोलनों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बिहार दिवस का इतिहास राज्य के समृद्ध अतीत और राष्ट्र के लिए इसके योगदान का उत्सव है। यह वर्षों में राज्य की यात्रा को प्रतिबिंबित करने और इसकी प्रगति और विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का दिन है।
सामाजिक न्याय के सूत्रधार कर्पूरी ठाकुर ने अपनी मां की मौत पर भोज नहीं दिया, बल्कि उन पैसों से गांव में स्कूल खोला। उन्होंने ही बिहार को अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण लागू करने वाला पहला प्रदेश बनाया। इसी तरह से नीति निर्धारक डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी देश को सर्वोपरि माना। संविधान लागू किए जाने के समय में उनकी बहन का निधन हो गया था। पहले उन्होंने संविधान लागू किया और फिर बहन की अंत्येष्टि की। राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डेन एक महीने तक खोलने की परंपरा उन्हीं के कार्यकाल में शुरू हुई।
नवीन गोयल ने जयप्रकाश नारायण को नमन करते हुए कहा कि जलियांवाला बाग नरसंहार के विरोध में उन्होंने सरकारी स्कूल छोड़ बिहार विद्यापीठ से शिक्षा ग्रहण की। उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका गए। पढ़ाई खर्च के लिए खेतों से रेस्तरां तक में काम किया। 1929 में कांग्रेस से जुड़े और स्वतंत्रता आंदोलन का प्रमुख चेहरा बनेे। नवीन चन्द्र राम गुलाम मौरिसस के प्रधान मंत्री हैं, जो कि बिहार से हैं। बिहार के स्कूलों से पढक़र बच्चे आईएएस, आईपीएस बनते हैं। बिहार में जन्में डा. राजेंद्र प्रसाद, श्रीकृष्ण सिंह, कर्पूरी ठाकुर, सच्चिदानंद सिन्हा, आर्यभट्ट, चाणक्य, पाणिनी के गुरु भगवान बोधायन, शिवपूजन सहाय, खुदीराम बोस, सरयू प्रसाद, काशी प्रसाद जयसवाल, सर यदुनाथ सरकार, रास बिहारी लाल, मणीन्द्र नारायण राय, बटुकेश्वर दत्त और जय प्रकाश नारायण जैसी हस्तियों ने देश और दुनिया में ऐतिहासिक काम किए हैं।