दीपावली पर मिट्टी के दीयों का उपयोग करके लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दें: नवीन गोयल
गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल ने पर्यावरण के अनुकूल दीपावली मनाने के लिए मंगलवार को सदर बाजार क्षेत्र में दुकानदारों को मिट्टी के दीये वितरित करके दीपावली की राम-राम दी। मंगलवार को यह अभियान सदर बाजार के प्रधान एवं अमरनाथ रोशन लाल फर्म के संचालक रोशन लाल गर्ग (पिन्टू) की अध्यक्षता में चलाया गया।
इस अभियान में भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गगन गोयल, एडवोकेट अभय जैन, साक्षी गारमेंट्स से अजय गोयल, अरूण अग्रवाल, असिस्टेंट गवर्नर रोटरी (2023-24) गजेंद्र गुप्ता, बिजेंद्र गर्ग सीए, प्रिंस मंगला, यमन गर्ग, संचित अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, वंश अग्रवाल, रवि सिंगला, रोहित बोहरा, लोकेश मंगला, मनीष जैन, सोहन लाल बिट्टू, चेतना गुप्ता, बिन्नू गृहिणी स्टोर वाले, नितिन, मनोज गुप्ता, सचिन जैन, सतीश जैन, अनुज चावल वाला समेत पूरे सदर बाजार के व्यापारियों, दुकानदारों ने ने दीवाली पर मिट्टी के दीयों के इस्तेमाल का वायदा किया। साथ ही स्वयं भी इसके प्रचार-प्रसार की बात कही।
इस अवसर पर नवीन गोयल ने कहा कि दीपावली पर मिट्टी के दीयों का उपयोग करके लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दें। इससे हमारे स्थानीय लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही, साथ में पर्यावरण में भी सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में भी मिट्टी के दीये की पहचान बरकरार रखने के कारण कुम्भकारों की आजीविका में बढ़ोतरी होने की उम्मीद बन गई है। यह हकीकत है कि पहले लोग पूजा पाठ के लिए सिर्फ 5, 11 या 21 दीये खरीदते थे। पिछली दिवाली में लोगों ने 10 से 12 दर्जन दीये खरीदे थे। इस बार उम्मीद है कि एक बार फिर दीया और बाती का मिलन होगा। यह दौर फिर से लौटेगी। लोगों के घरों की मुंडेर, आंगन मिट्टी के दीये से रोशन होंगे। ऐसा होना भी चाहिए। नवीन गोयल ने कहा कि मिट्टी के दीयों से नुकसान कोई नहीं और फायदे कई हैं।
आधुनिक होने के लिए हमारे यहां चाइनीज लडिय़ों, प्लास्टिक के बिजली वाले दीयों ने ले ली है। यह सब सिर्फ दिखावे के सिवाय कुछ नहीं है। दीवाली के पर्व की जो भावना मिट्टी के दीयों और उसमें सरसों के तेल में जलती बाती से आती है, वह चाइनीज सामान के माध्यम से नहीं आ सकती। कम खर्च और पर्यावरण के अनुकूल मिट्टी के दीये क्षतिग्रस्त होने के बाद भी मिट्टी में ही मिल जाते हैं। जबकि चाइनीज लडिय़ां और दीये सिंगल यूज प्लास्टिक बनकर हमारे लिए नुकसानदायक बन जाते हैं। चाइनीज आइटम बहुत जल्दी खराब होकर कबाड़ बन जाते हैं। इसलिए हमें ऐसी नुकसान वाली चीजों का उपयोग ना करके स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल करना चाहिए।
सदर बाजार में मिट्टी के दीये बांटते हुए नवीन गोयल ने दुकानदारों, व्यापारियों से आग्रह किया कि अपने घरों पर शत-प्रतिशत मिट्टी के दीये ही जलाना सुनिश्चित करें। यह हम अपने बेहतर कल के लिए करेंगे। हमें निजी तौर पर इसका लाभ होगा। घरों में सकारात्मक ऊर्जा आएगी। दुकानदारों ने आश्वासन दिया कि वे हर साल मिट्टी के दीयों से ही दीवाली पर घरों को रोशन करेंगे।