-कैनविन फाउंडेशन ने उम्मीद स्वस्थ भारत की के साथ मनाया विश्व हृदय दिवस
-कैनविन आरोगय धाम में विश्व ह्दय दिवस पर किया गया स्वास्थ्य सेमिनार

गुरुग्राम। शुक्रवार को विश्व ह्दय दिवस के अवसर पर कैनविन फाउंडेशन की ओर से कैनविन आरोगय धाम में स्वास्थ्य सेमीनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल व सह-संस्थापक नवीन गोयल ने चिकित्सकों की मौजूदगी में लोगों के साथ दिल की दिल पर बात की। सभी को अपने दिल का खास ख्याल रखने के लिए प्रेरित, जागरुक किया।

इस अवसर पर सीएमडी डा. मोनिका सांगवान, कार्डियोलॉजिस्ट डा. अतुल ठाकरान, छाती रोग विशेषज्ञ एवं जनरल फिजिशियन डा. अंकित भारद्वाज, डा. मुस्कान सिंघल, पदम सिंह, केजी रोहिल्ला समेत अनेक लोग मौजूद रहे। विश्व ह्दय दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट को सांझा करते हुए डा. डीपी गोयल ने कहा कि हर साल दुनिया में ह्दय रोगों के कारण 1.79 करोड़ लोगों की मृत्यु हो जाती है। ह्दय की बीमारी पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गई है। आज का दिन 29 सितम्बर हर साल विश्व ह्दय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस पर हमें अपने दिल के लिए कुछ खास रेजोलेशन भी लेने चाहिए, ताकि अपने दिल को हम बेहतर रख सकें। डा. डीपी गोयल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि ह्दय रोग अमीरी, गरीबी देखते हों। पिछले कुछ वर्षों में बड़े सेलिब्रिटी भी ह्दय घात की चपेट में आए हैं। बहुतों की मौत भी हो चुकी है। युवाओं में ह्दय रोग बढ़ रहा है।

डा. डीपी गोयल ने चिकित्सकों के अनुभवों, रिपोर्ट के आधार पर कहा कि हमारे देश में ह्दय की बीमारियां मौत का सबसे बड़ा कारण है। रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि 40 साल से कम उम्र के 25 प्रतिशत भारतीयों को दिल का दौरा पडऩे या दिल से जुड़ी अन्य गंभीर बीमारियां होने का खतरा अधिक होता है। 40 से 50 वर्ष की उम्र के लोगों के लिए यह जोखिम 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि अगर हम एक्टिव हैं। संतुलित आहार लेते हैं। धूम्रपान और शराब छोड़ देते हैं। तनाव को कंट्रोल रखने के तरीके अपनाते हैं तो अचानक हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट से बचा जा सकता है। युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढऩे का एक प्रमुख कारण लंबे समय तक काम करना, कम नींद और रिलेशनशिप से जुड़े मुद्दे हैं। यही तनाव और हृदय रोग का कारण बनते हैं। अगर किसी की हृदय रोग से जुड़ी फैमिली हिस्ट्री है, तो उसे कार्डियोलॉजिस्ट से मिलकर जांच करवानी चाहिए।

नवीन गोयल ने कहा कि हार्ट हेल्दी रखने के लिए हमें प्रमुख रूप से 5 टिप्स अपनाने चाहिए। स्वस्थ दिल के लिए बैलेंस डाइट लें, इसमें कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और नमक की मात्रा संतुलित होनी चाहिए। ज्यादा नमक वाला खाना ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, जो आगे चलकर दिल की बीमारियां पैदा करता है। बॉडी मास्क इंडेक्स के अनुसार ही शरीर के वजन को मेंटेन करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की हल्की एक्सरसाइज करने से दिल से जुड़ी बीमारियों को कम करने में मदद मिल सकती है। अगर किसी व्यक्ति को स्मोकिंग करने या ज्यादा शराब पीने की आदत है, तो तुरंत छोड़ देना चाहिए। इन चीजों का सेवन करने से दिल की सेहत पर बुरा असर पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। दिल की बीमारियां अक्सर तनाव के कारण भी होती हैं, इसलिए जिंदगी के प्रति एक अच्छी सोच रखनी चाहिए। अगर आप तनावमुक्त जीवन जिएंगे, तो हार्ट हेल्दी रहेगा और बीमारियों का खतरा कम हो जाएगा।

नवीन गोयल ने कहा कि दिल की बीमारियों से बचने के लिए सभी को प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप कराते रहना चाहिए। यह बहुत जरूरी है। इससे आप आने वाले खतरे के प्रति पहले से सावधान रह सकते हैं। सही समय पर सही निर्णय लेकर बड़े नुकसान से बच सकते हैं। खासतौर पर 20 की उम्र में युवाओं को ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर टेस्ट जरूर कराना चाहिए। यदि इन टेस्ट में कुछ कमी नजर आती है, तो आगे दूसरे टेस्ट कराएं। जिनकी फैमिली में हार्ट अटैक की हिस्ट्री है, उन्हें डॉक्टर से बात करके एडवांस्ड टेस्ट कराने चाहिए। जिन्हें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है, उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

 

कम नींद लेना भी सेहत के लिए खतरनाक

नवीन गोयल ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी का असर हमारी नींद पर अधिक पड़ रहा है। इसकी वजह से हमारी सेहत बिगड़ रही है। जो लोग प्रतिदिन 7-8 घंटे की अच्छी नींद पूरी करते हैं, उन्हें हार्ट डिजीज के अलावा ज्यादा वजन और हाई ब्लड प्रेशर समेत कई परेशानियों को कंट्रोल करने में आसानी होती है। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग पर्याप्त मात्रा में नींद लें।