-सनातन की मजबूती के लिए नवीन गोयल ने चलाई है मुहिम
-घर, गली, मोहल्ले, सोसायटियों में लगातार हो रहे हैं सुंदर कांड पाठ
-22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में पहुंचने की भी करी अपील
गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल की ओर से चलाई जा रही हर घर सुंदर कांड पाठ की मुहिम के तहत अब तक 316 पाठ हो चुके हैं। शनिवार को 316वां पाठ विष्णु गार्डन में सब-इंस्पेक्टर अशोक के आयोजित किया गया। घरों, गलियों, मोहल्लों और सोसायटियों में यह पाठ ऑन डिमांड करवाए जा रहे हैं। सुंदर कांड पाठ कराने के लिए लोगों द्वारा एडवांस में पाठ के लिए निवेदन किया जा रहा है।
नवीन गोयल की ओर से 15 अक्टूबर को प्रथम नवरात्र से अशोक विहार क्षेत्र से सुंदर कांड पाठ की शुरुआत की गई थी। इसके समापन की कोई तिथि निर्धारित नहीं है। प्रभु इच्छा तक यह आयोजन चलता रहेगा। नवीन गोयल ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के बाद उद्घाटन की तारीख 22 जनवरी 2024 तय की गई है। यह ऐतिहासिक तारीख होगी। हम सब इन पलों के गवाह बनने के लिए हम सब अधिक से अधिक संख्या में अयोध्या पहुंचेंगे। यह ऐतिहासिक दिन हमारे जीवन में यादगार दिन होगा। नवीन गोयल ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति मजबूत रहे, इसके लिए हम सबको मजबूती से काम करना होगा। सनातन की मजबूती हमारे धार्मिक आयोजनों से भी हो सकती है। हर सनातनी के घर में सुंदर कांड समेत अन्य धार्मिक ग्रंथों का पाठ हो, यह हम सबको मिलकर सुनिश्चित हमें करना है। लोगों में इसके प्रति जागृति लेकर आनी है।
उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति की तरफ अधिक जा रही है, जिसे वापस लाकर अपनी संस्कृति से जोडऩा है। जब तक हमारी पीढिय़ां अपनी संस्कृति के प्रति सजग और सकारात्मक नहीं होंगे, हम मजबूत नहीं हो पाएंगे। अपनी संस्कृति का पीढ़ी दर पीढ़ी निर्वहन हो, यह व्यवस्था हम सबको ही करनी चाहिए। सबसे अधिक युवाओं का हमारे भारत देश है। युवा सिर्फ पैसा कमाने की मशीन ना बनकर अपनी संस्कृति को मजबूत करने के भी वाहक बनें, ऐसी व्यवस्था, ऐसा परिवर्तन हमें करना है। नवीन गोयल ने कहा कि उनके द्वारा शुरू किया गया सुंदर कांड पाठ भी इसी का हिस्सा है। अपने धार्मिक गं्रथों का पाठ हर घर में सुबह-शाम होना चाहिए। छोटे बच्चों, बड़े बच्चों को इसमें शामिल किया जाना चाहिए। इसी से हम अपने बच्चों में संस्कारों का समावेश कर सकते हैं। अच्छी शिक्षा के लिए जगह नहीं, समय नहीं अच्छी सोच मायने रखती है। हम अच्छी सोच से काम करेंगे तो हर काम में सफल होंगे। यह शिक्षा हमें अपने बच्चों को भी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुंदर कांड पाठ जैसे आयोजन समय की मांग है।