-भारतीय संस्कृति व स्वतंत्रता की रक्षा के लिए शिवाजी महाराज ने किया संघर्ष
-मुगलों व अन्य विदेशी ताकतों के खिलाफ कई युद्ध लड़े
गुरुग्राम। महाराष्ट्र मंडल गुरुग्राम की ओर से महाराष्ट्र के आराध्य दैवत छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की। सेक्टर-31 कम्युनिटी सेंटर में महाराष्ट्र मंडल गुरुग्राम द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पर शिव जन्मोत्सव सोहळा कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस समारोह में आयोजन स्थल से लेकर सेक्टर-40 तक शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में गुरुग्राम में कार्यरत सभी मराठी एवं हिंदी भाषिक अपने परिवार के साथ शामिल रहे।
इस अवसर पर भाजपा हरियाणा के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नवीन गोयल, अतुल चंद्र कुलकर्णी आईपीएस, दीपक पाटिल आईएफएस पलवल, केतन पाटिल डीआईजी दिल्ली, जीवन तलेगावकर, शांताराम उदागे, आरबी मांढेकर, संजय कावरे, अरविंद कुमार, गंगाधर गुंडे, अरविंद कामले, विनोद पालवे, भंगाले, दीपक हराल, मनोज खरड़, सुनील चौधरी, सतीश सोनावणे व कमलाकर वाकेकर ने अतिथि के रूप में शिरकत की। मंडल के विष्णु पाटिल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम की सांगता प्रसाद वितरण से की गई। संस्था के प्रधान विष्णु पाटिल द्वारा प्रस्ताव रखा गया कि गुरुग्राम में छत्रपति शिवाजी के नाम से किसी चौक पर बड़ा स्टेच्यू लगना चाहिए। नवीन गोयल ने कहा कि छत्रपति शिवाजी के गुरुग्राम में स्टेच्यू लगाने के लिए वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर इस काम को सिरे चढ़वाने का प्रयास करेेंगे।
महाराजा शिवाजी को नमन करते हुए नवीन गोयल ने कहा कि छत्रपति शिवाजी भारत के महान योद्धा, रणनीतिकार और शासक थे। उनकी माता जीजाबाई एक वीर और कुशल योद्धा थीं। उन्होंने ही छत्रपति शिवाजी को युद्ध कौशल और प्रशासन की शिक्षा दी। शिवाजी महाराज ने महज 16 साल की उम्र में तोरणा किले पर कब्जा करके अपना सैन्य अभियान शुरू किया। उन्होंने मुगलों और अन्य विदेशी शक्तियों के खिलाफ कई युद्ध लड़े और भारतीय संस्कृति और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्होंने मराठा साम्राज्य की स्थापना की, जिसने पश्चिम भारत में कई वर्षों तक शासन किया। रायगढ़ का युद्ध शिवाजी महाराज के स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा था।
समिति के अध्यक्ष जीवन तलेगांवकर एवं उपाध्यक्ष शांताराम उदागे ने बताया कि इस दौरान शोभा यात्रा के लिए महाराष्ट्र नासिक से विशेष ढोल पथक का आयोजन किया गया। ढोल नगाड़ों की गर्जना में महाराज की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। कार्यक्रम में महाराष्ट्र से आए हुए प्रसिद्ध शाहीर रमेश खाड़े ने अपनी बुलंद आवाज में महाराज का पोवडा प्रस्तुत किया। छत्रपति शिवाजी महाराज जी का जन्म पालना किया गया, जिसे मंडल की पारंपरिक वेशभूषा में आई महिलाओं ने संपन्न किया। बच्ची दर्शना चौधरी ने अपनी ओजस्वी वाणी से महाराज जी पर एक सुंदर व्याख्यान दिया।