-युवाओं को तंबाकू से दूर करने में मिलेगी सफलता
गुरुग्राम। व्यापार प्रकोष्ठ भाजपा, हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने भारत के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की ओर से देश के सभी मेडिकल कॉलेज में तंबाकू उन्मूलन केंद्र खोलने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से तंबाकू के सेवन से होने वाली जानलेवा बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकेगा।
इस बारे में सोमवार को जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस विषय पर गाइडलाइंस जारी की हैं। शिक्षा मंत्रालय ने देश के सभी शिक्षा संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को तंबाकू की लत छुड़वाने में मदद करने के लिए देश के मेडिकल संस्थानों में विशेष सेंटर्स बनाने के लिए कहा है। तंबाकू से हर साल होने वाली करीब 13 लाख मौतों का अनुमान लगाया गया है। यह पब्लिक हेल्थ के लिए भी गंभीर संकट बनकर उभर रहा है। इसको लेकर दोनों मंत्रालयों ने यह बड़ी पहल की है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने जीवन और स्वास्थ्य पर तंबाकू के हानिकारक प्रभाव को समझना चाहिए। इससे आजीवन दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्लोबल यूथ टबैको सर्वे 2019 के तहत स्कूल जाने वाले बच्चों में से 13-15 उम्र के 8.5 प्रतिशत बच्चे किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं। आंकड़े बताते हैं कि बहुत से लोग ऐसे हैं, जो 20 वर्ष की आयु से पहले तंबाकू का सेवन करना शुरू कर देते हैं। आजीवन इसके आदी हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने की गाइडलाइंस के तहत कड़े कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों के आसपास तंबाकू उत्पादों को न बेचे जाने के नियमों का पालन करना भी हमारी जिम्मेदारी है। हर चीज के लिए सरकार या विभागों की सख्ती का इंतजार हमें नहीं करना चाहिए। अपनी युवा पीढ़ी को नशे व तंबाकू की लत से बचाने के लिए हमें खुद को जागरुक होना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शिक्षण संस्थानों को कह दिया है कि अब हर शिक्षा संस्थान को अपने परिसर में प्रमुख जगहों पर तंबाकू मुक्त एरिया के पोस्टर बैनर लगाने होंगे। रैंडम चेकिंग करनी होगी। स्कूलों के प्रमुख को टीचर्स, स्टाफ मेंबर्स में से एक ऐसे शख्स को टोबैको मॉनिटर बनाया होगा। बशर्ते वह खुद तंबाकू का सेवन ना करता हो। मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि जो भी छात्र, टीचर या स्टाफ का सदस्य तंबाकू नियंत्रण के लिए बेहतर काम करेगा, उसे सम्मानित भी किया जाएगा।