-अटल वाटिका में सुंदरकांड पाठ कार्यक्रम में कही यह बात
गुरुग्राम। राष्ट्रवादी विचारक एवं देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के उपलक्ष्य में सोमवार को अटल वाटिका में सुंदरकांड पाठ का भव्य आयोजन हुआ। इसमें पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। उन्होंने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश में अटल जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
इस अवसर पर लोकेश अग्रवाल, किशन वर्मा, राव बलवंत सिंह, अनिल शर्मा, ठाकुर दास ग्रोवर, अनुज मित्तल, किरन गेरा, लता अग्रवाल, गुलशन खुराना, अशोक वर्मा, बसंत बुद्धिराजा, विक्की व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक मौजूद रहे। अपने संबोधन में नवीन गोयल ने कहा कि मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव सदैव अनुकरणीय है। उनके विचार सुशासन की नींव हैं, जो हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों व कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके शासनकाल में लागू हुई जनकल्याण की योजनाओं का जनता को न केवल फायदा मिल रहा है। नवीन गोयल ने कहा कि आज देशभर में स्व. वाजपेयी का जन्मदिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र की भाजपा सरकार ने सुशासन की एक नई पटकथा लिखी है। देश की जनता को मोदी सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों का सीधा लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यों का उल्लेख करते हुए नवीन गोयल ने कहा कि 11 और 13 मई 1998 को पोखरण में पांच भूमिगत परमाणु परीक्षण विस्फोट करके भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न देश घोषित कर दिया गया। इस कदम से उन्होंने भारत को निर्विवाद रूप से विश्व मानचित्र पर एक सुदृढ वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित कर दिया। यह सब इतनी गोपनीयता से किया गया कि अति विकसित जासूसी उपग्रहों व तकनीक से सम्पन्न पश्चिमी देशों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसके बाद पश्चिमी देशों द्वारा भारत पर अनेक प्रतिबन्ध लगाए गए, लेकिन वाजपेयी सरकार ने सबका दृढ़तापूर्वक सामना करते हुए आर्थिक विकास की ऊंचाईयों को छुआ। उन्होंने 19 फरवरी 1999 को सदा-ए-सरहद नाम से दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा शुरू की गई।
इस सेवा का उद्घाटन करते हुए प्रथम यात्री के रूप में वाजपेयी जी ने पाकिस्तान की यात्रा करके नवाज शरीफ से मुलाकात की और आपसी सम्बन्धों में एक नयी शुरुआत की। वाजपेयी जी ने 100 वर्ष से भी ज्यादा पुराने कावेरी जल विवाद को सुलझाया। संरचनात्मक ढांचे के लिये कार्य दल, सॉफ्टवेयर विकास के लिये सूचना एवं प्रौद्योगिकी कार्य दल, विद्युतीकरण में गति लाने के लिये केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग आदि का गठन किया। राष्ट्रीय राजमार्गों एवं हवाई अड्डों का विकास, नई टेलीकॉम नीति तथा कोकण रेलवे की शुरुआत करके बुनियादी संरचनात्मक ढांचे को मजबूत करने वाले कदम उठाये। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति, आर्थिक सलाह समिति, व्यापार एवं उद्योग समिति भी गठित अटल बिहारी वाजपेयी जी ने गठित की। ग्रामीण रोजगार सृजन एवं विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोगों के लिये बीमा योजना शुरू की।