-फिरोज गांधी कालोनी-1 में नवीन गोयल ने 36 बिरादरी के बुजुर्गों के साथ मनाई दिवाली
गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के हरियाणा प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल ने फिरोज गांधी कालोनी-1 में 36 बिरादरी के बुजुर्गों के साथ दिवाली का त्योहार मनाया। महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन फाउंडेशन की ओर से इस अवसर पर 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों का सम्मान किया गया। नवीन गोयल ने बुजुर्गांे के चरणों में बैठकर आशीर्वाद लिया। दिवाली के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम हरकेश प्रधान की ओर से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक हरकेश प्रधान, कैप्टन जगदीश, आजाद वाल्मीकि, चमन सौदा, महेंद्र, खटाना, बिट्टू सारवान, अमित, महेंद्र ङ्क्षसह, खेमचंद किराड़, ओमप्रकाश खरेश, रामकिशन किराड़, आजाद वाल्मीकि, बिल्लू भगत, चमन सौदा, मास्टर सुरेश, धुन राम, मदन वालगेहर, राजेंद्र बुज्जा, राजु बुज्जा, ईश्वर सिंह काकराण, बीर सिंह, मंगला, अमित बोहत, ईश्वर सिंह, बले मास्टर, बिन्टु सारवान, ब्रह्म प्रजापति, मेदाराम टांक, सुदेश शर्मा, रविंद्र बालगेहर, ओम परमार, देवा प्रधान, जयभगवान, राहुल, सुभाष खटाना, दौलत शर्मा, सुभाष खटाना, हरिकिशन प्रजापति समेत अनेक लोगों ने इस कार्यक्रम में भागीदारी रही। सभी बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते हुए नवीन गोयल ने कहा कि हमें बुजुर्गों के आशीर्वाद और युवाओं के जोश के साथ आगे बढऩा है। सभी को बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर दिन की शुरुआत करनी चाहिए। बड़े दिल से बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के हमें देने के लिए वह अनुभव, आशीर्वाद और ज्ञान रूपी पूंजी होती है, जो बेशकीमत है। उसका कोई मोल नहीं होता। उनके जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
नवीन गोयल ने कहा कि सुबह से शाम तक कुछ समय हमें अपने घरों में, आस-पड़ोस में या समाज में कहीं पर भी बुजुर्गों के साथ बिताना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। आज भले ही हम 21वीं सदी में जी रहे हों, लेकिन बुजुर्गों ने ऐसा दौर देखा है जब सुख-सुविधाएं नहीं थी। साधन नहीं थे। फिर भी उन्होंने अपने पुरुषार्थ से बहुत कुछ जुटाया। हमें अच्छी सुविधाएं देने के लिए जीतोड़ मेहनत की। हमारा आज संवारने के लिए अपना समय बुजुर्गों ने लगाया है। नवीन गोयल ने कहा कि बुजुर्ग उस पुराने पेड़ की तरह होते हैं, जो फल भले ही ही ना दे सके लेकिन गहरी छाया जरूर देता है। खुशकिस्मत होते हैं वे घर जहां पर बुजुर्गों का वास होता है। उन्होंने बुजुर्गों का सम्मान करे हुए कहा कि वे अपने बचे हुए कार्यों को युवाओं का मार्गदर्शन करके पूरे कराएं। युवाओं को अपने जीवन के अनुभवों से सीख दें। नवीन गोयल ने कहा कि सामाजिक ताना-बाना मजबूत बना रहे, इसके लिए हमें बुजुर्गों का आशीर्वाद, मार्गदर्शन चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्व समाज के बुजुर्ग हमारे लिए सम्माननीय होने चाहिए। हर किसी से एक नया अनुभव हमें मिलेगा, जो जीवन में कभी ना कभी हमारे काम ही आएगी।