रक्त के महत्व को हर व्यक्ति समझे और रक्त दान करे: नवीन गोयल

-एवीएल-36 सोसायटी में रक्त दान शिविर में कही यह बात
-कैनविन फाउंडेशन एवं रोटरी क्लब ऑफ गुडग़ांवा साउथ सिटी ने लगाया शिविर

गुरुग्राम। सेक्टर-36 स्थित एवीएल36 सोसायटी में रविवार को कैनविन फाउंडेशन एवं रोटरी क्लब ऑफ गुडग़ांवा साउथ सिटी की ओर से एवीएल-36 अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन के साथ मिलकर रक्त दान शिविर लगाया गया। शिविर में 59 यूनिट रक्त दान हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल ने शिरकत की। एसोसिएशन के प्रधान बलराज सिंह, उपप्रधान निदेश कोंडल, सचिव अनुराग दूहन, संयुक्त सचिव रवि चौधरी और कोषाध्यक्ष जतिन डेंबला समेत अनेक लोगों ने नवीन गोयल का सोसायटी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।

नवीन गोयल के साथ रोटरी के असिटेंट गर्वनर गजेंद्र गुप्ता, भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गगन गोयल, रोटरी क्लब ऑफ साउथ सिटी के प्रधान जेएस मराठा, सचिव प्रिंस मंगला और समाजसेवी अभिषेक अग्रवाल भी शिविर में पहुंचे। शिविर का शुभारंभ करते हुए नवीन गोयल ने रक्त दाताओं का हौंसला बढ़ाया। उन्हें सम्मानित भी किया। शिविर में बेहतर व्यवस्थाओं के लिए उन्होंने एवीएल-36 अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन की भी सराहना की। नवीन गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि रक्त के महत्व को हर व्यक्ति समझे और अपने जीवन काल में समय-समय पर रक्त दान करे। हर तीन महीने के भीतर रक्त की पूर्ति शरीर में हो जाती है। रक्त दान किए हुए तीन महीने पूरे होने के बाद फिर से रक्त दान किया जा सकता है। उन्होंने विशेषकर युवाओं से आग्रह किया कि उनकी ओर से रक्त की प्रक्रिया थमनी नहीं चाहिए। जैसे ही समय पूरा हो, वे फिर से रक्त दान करके समाज, देश हित में यह पुण्य का काम कर सकते हैं।

नवीन गोयल ने कहा कि एक समय होता था जब सरकारी अस्पतालों में खून के बदले खून देना पड़ता था। उस दौरान मरीजों की भी जान खतरे में पड़ जाती थी। क्योंकि रक्त दान तलाशने में समय बर्बाद होता था। अब सरकार की ओर से सभी सरकारी अस्पतालों में रक्त केंद्रों में व्यवस्था लागू की गई है कि अस्पताल में उपचाराधीन मरीज को बिना बदले का रक्त लिए ही खून दिया जाने लगा है। ऐसे में मरीज का उपचार करने में भी आसानी हो रही है। अनेक लोगों की जान समय पर उपचार, ऑपरेशन करके बचायी जा रही है। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि इंसान के रक्त का कोई विकल्प नहीं है। इंसान को इंसान का ही रक्त चढ़ाया जा सकता है। इसलिए हम सबको अपने रक्त का महत्व समझना चाहिए। इंसान का रक्त किसी भी सूरत में सडक़ों पर ना बहे, बल्कि किसी की नाडिय़ों में बहे, यह हमारी सोच और कार्य होना चाहिए।