-इस डंपिंग यार्ड को हटाने के लिए एचएसवीपी मुख्यालय को लिखा था पत्र

गुरुग्राम। गुरुग्राम के रेलवे स्टेशन के पास बने डम्पिंग यार्ड को हटाने के लिए रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य द्वारा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) से किये गये अनुरोध के बाद इस विषय पर कार्यवाही शुरू हुई है। एचएसवीपी मुख्यालय से गुरुग्राम एचएसवीपी ईओ-1 को पत्र भेजकर इस पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।

डा. डीपी गोयल ने बताया कि उनकी ओर से 31 अक्टूबर 2023 को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया था कि गुरुग्राम के रेलवे स्टेशन के पास डंपिंग यार्ड बना है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लोग यहां गंदगी डालते हैं, लेकिन आसपास के लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। हम सब स्वच्छ भारत मिशन के तहत काम करते हुए गुरुग्राम शहर को स्वच्छता की सूची में टॉप-10 में लाने के लिए प्रयासरत हैं। नगर निगम, जीएमडीए, एचएसवीपी, जिला प्रशासन सब मिलकर इस पर काम कर रहे हैं। केंद्र और हरियाणा सरकार भी स्वच्छता को सर्वोपरि मानते हुए काम कर रही है। तंदुरुस्त रहने का सबसे बड़ा पहला कारण स्वच्छता है। पर्यावरण स्वच्छ होने के लिए भी स्वच्छता ही चाहिए।

डा. डीपी गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान में हम सबकी भागीदारी ही इस अभियान को सिरे चढ़ा सकती है। सरकार अपने स्तर पर बहुत कुछ कर रही है, लेकिन जनता को भी इसमें आगे आकर काम करना चाहिए। स्वच्छता के लिए पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के बैनर तले विभाग के प्रदेश प्रमुख नवीन गोयल के नेतृत्व में गुरुग्राम में लगातार अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इसका असर भी शहर में नजर आ रहा है।

गत करीब एक माह पूर्व उन्होंने स्वच्छता विषय पर काम शुरू किया था। रोजाना एक स्थान की सफाई करके उस क्षेत्र को गंदगी व बदबू रहित करने का काम किया गया। ऐसे अभियान समय-समय पर वे चला रहे हैं। डा. डीपी गोयल ने कहा कि स्वच्छता की दृष्टि से ही रेलवे स्टेशन के नजदीक बना डंपिंग यार्ड भी बंद किया जाना चाहिए। हजारों लोगों की सेहत के लिए यह सही रहेगा। इस एचएसवीपी ने जो कदम बढ़ाया है, उसके लिए वे एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक का आभार व्यक्त करते हैं।

भविष्य में भी जनहित में इसी तरह से काम किया जाता रहेगा। डा. डीपी गोयल ने बताया कि एचएसवीपी मुख्य प्रशासक की ओर से उन्हें व स्थानीय एचएसवीपी अधिकारी को पत्र भेजकर कहा गया है कि इस विषय पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही हो। मौके का मुआयना किया जाए। एक सप्ताह के भीतर इस पर नियमों के अनुसार कार्यवाही करके रिपोर्ट भेजी जाए।