पर्यावरण स्वच्छ रखने में अहम भूमिका निभाएंगेे ई-व्हीकल: नवीन गोयल
-बर्फ खाना क्षेत्र में मंगला ईवी स्कूटर्स का हुआ भव्य शुभारंभ
-कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों ने दी शुभकामनाएं
गुरुग्राम। यहां बर्फ खाना क्षेत्र में नेहरू स्टेडियम के सामने सोमवार को मंगला ईवी स्कूटर्स के शोरूम का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य डा. डीपी गोयल व पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल मुख्य अतिथि व समाजसेवी डा. गजेंद्र गुप्ता विशिष्ट अतिथि रहे।
मंगला ईवी स्कूटर्स शोरूम के संचालक राजेंद्र मंगला, प्रिंस मंगला को इस बेहतर शुरुआत की शुभकामनाएं देते हुए गोयल बंधुओं ने ई-व्हीकल्स को समय की जरूरत बताया। डा. डीपी गोयल ने कहा कि अभी समय है, हमें ई-वाहनों की तरफ अपना रुख करना चाहिए। जिस तरह से लगातार पेट्रोल, डीजल के वाहन सडक़ों पर आ रहे हैं, हमारे यहां पर्यावरण का स्तर बहुत खराब होता जा रहा है।
नवीन गोयल ने कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने में ई-वाहन अहम भूमिका निभा सकते हैं और निभा रहे हैं। भविष्य इन्हीं वाहनों का है। दुपहिया से लेकर चार पहिया वाहनों का निर्माण करने में कंपनियां सक्रियता से काम कर रही हैं। केंद्रीय सडक़, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ई-वाहनों को अधिक से अधिक सडक़ों पर लाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। पेट्रोल, डीजल के वाहनों का भी उन्होंने इथेनोल के रूप में नया रास्ता निकाला है। भविष्य में इस ईंधन के मिश्रण से वाहन संचालित होंगे, जिससे कि प्रदूषण नहीं फैलेेगा। इथेनॉल और ईलेक्ट्रिक वाहनों के पूरी तरह से बाजार में आने के बाद हमारा पर्यावरण काफी हद तक सुधर जाएगा।
नवीन गोयल ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार और हरियाणा में मनोहर सरकार पर्यावरण में सुधार के लिए चिंतित है और इस चिंता को दूर करने के लिए ई-व्हीकल का अधिक से अधिक चलन शुरू किया जा रहा है। अनेक ई-व्हीकल एजेंसियां खोली जा रही हैं। नवीन गोयल ने कहा कि हम सबका भी यह ध्येय होना चाहिए कि हम अपने वाहनों से प्रदूषण ना होने दें। जिस किसी के भी वाहन की उम्र पूरी हो रही है, वे उसके स्थान पर ई-वाहन की खरीदें। सिर्फ बाहर ही नहीं, हमारे घर का पर्यावरण भी ई-वाहनों से सही रहेगा। उन्होंने कहा कि बीते एक साल में ई-वाहनों की बिक्री में काफी उछाल आया है। आने वाले 5-7 साल में वाहनों के बाजार पर ई-वाहनों का दबदबा होगा।
उम्मीद है कि देश में 2030 तक ई-वाहनों की बिक्री एक करोड़ सालाना के अंाकड़े को पार कर जाएगी। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में ई-वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। ई-वाहनों से उपभोक्ताओं को काफी बचत भी हो रही है। समाजसेवी डा. गजेंद्र गुप्ता (बॉबी) ने भी कहा कि ई-वाहनों को अधि कसे अधिक हमें प्रयोग में लाना चाहिए। आज अपनाए गए ई-वाहन हमारी अगली पीढिय़ों के लिए काफी लाभ