हर व्यक्ति महर्षि वाल्मीकि जी के संदेशों से ले सीख: नवीन गोयल
-महर्षि वाल्मीकि की पद्चिन्हों पर चलना समय की जरूरत
-फिरोजगांधी कालोनी-2 में वाल्मीकि मंदिर में टेका माथा, भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया
गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल ने महर्षि वाल्मीकि की जी जयंती के उपलक्ष्य में फिरोजगांधी कालोनी-1 स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में माथा टेका। इस दौरान भंडारे में उन्होंने प्रसाद ग्रहण भी किया।
नवीन गोयल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाओं को सिर्फ जानना जरूरी नहीं है बल्कि उन्हें मानना जरूरी है। अपने जीवन में ढालना जरूरी है। उन्होंने समाज के हर व्यक्ति, हर वर्ग के लिए अपनी शिक्षाओं की रचना की। उन्होंने महाकाव्य रामायण की रचना करके देश ही नहीं दुनिया को कई मायनों में शिक्षा दी है। रामायण महाकाव्य के माध्यम से बताया गया है कि किस प्रकार से हमें मर्यादा में रहना है। किस प्रकार से हमें अपनी संस्कृति को बचाना, मजबूत करना है। किस प्रकार से हमें अपनी बात पर अडिग रहना है। उन्होंने कहा कि आज के समय में भाई-भाई का दुश्मन बनता जा रहा है। हम रामायण को पढ़क़र सीख सकते हैं कि भाईयों को किस प्रकार से रहना चाहिए। भरत जैसे भाई की तरह हम सबको भी त्यागी बनना चाहिए। नवीन गोयल ने कहा कि रघुकुल की रीत की तरह हमें इस युग में भी अपनी बात पर अडिग रहना चाहिए। हमें जो करना है, उसके अच्छे, बुरे परिणाम भी देखने चाहिए। आज का समय भले ही कलयुग का हो, लेकिन धर्म के रूप में देखें तो हम लगातार मजबूत होते जा रहे हैं। सनातन धर्म का प्रभाव बढ़ता जा रहा है।
नवीन गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्या डा. सुधा यादव, भाजपा के केंद्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ङ्क्षसह, हरियाणा प्रभारी बिप्लब कुमार देब ने हरियाणा में ना केवल भारतीय जनता पार्टी को मजबूत किया है, बल्कि आम आदमी के हित में योजनाएं चलाकर अंतिम व्यक्ति तक सुविधाएं पहुंचाने का कार्य किया है। सभी वरिष्ठ नेताओं के सुझावों और उनके कार्यों की बदौलत आज प्रदेश में हर वर्ग खुशहाल जीवन जी रहा है। इस अवसर पर राकेश प्रधान, कैप्टन जगदीश, चमन सौदा, अमित, तारा चंद प्रजापति, सुरजीत कटारिया, जेपी गुलिया, दीपक, सुनील वाल्मीकि, पीसी जैन, ओमप्रकाश खरेरा समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।