गुरुग्राम है कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, सेवा क्षेत्र और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का हब।
यहां नए उद्योगों को लगना प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार की गारंटी होगा।
वर्ष 2021-22 में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी।
गुरुग्राम। वर्ष 2021-22 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश से साफ हो गया है कि विदेशों में भारत की साख मजबूत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत नीतियों का यह परिणाम है कि विदेशियों के लिए पूंजी निवेश को पहली पसंद भारत बना है। यह जानकारी सांझा करते हुए पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने कहा कि सरकार की इस उपलब्धि ने विपक्षी नेताओं की जुबान बंद कर दी है, जो विदेशों में भारत की खराब छवि बताकर देश-प्रदेश में राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं।
नवीन गोयल ने कहा कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों से विपक्षी दलों को समझ जाना चाहिए कि वे जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं, मोदी सरकार के पास उसका सारा तोड़ है। भारत ने वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश दर्ज किया है, जो कि साल 2020-21 में यह 81.97 फीसदी था। इससे साफ है कि भारत अब पूंजी निवेश के लिए विदेशियों की पहली पसंद बन गया है। कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में सबसे अधिक एफडीआई हुई है।
सेवा क्षेत्र और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश दर्ज किया गया है। श्री गोयल ने कहा कि हरियाणा में सबसे अधिक राजस्व सरकार को देने वाला गुरुग्राम कम्यूटर सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, सेवा क्षेत्र और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का हब है। यहां हजारों कंपनियां इस क्षेत्र में काम कर रही है। इसमें कोई दोराय नहीं कि भविष्य में यहां पर और भी इन क्षेत्रों के उद्योगों में बढ़ोतरी होगी। विदेशी पूंजी निवेश सिर्फ इंडस्ट्री लगाना ही नहीं, बल्कि देश-प्रदेश के युवाओं को रोजगार का भी बड़ा माध्यम बनेगा। हरियाणा के स्थानीय युवाओं को उद्योगों में 75 फीसदी रोजगार की गारंटी देकर हरियाणा में मनोहर सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है।
नवीन गोयल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में जो ऐतिहासिक निर्णय हो रहे हैं, वे प्रदेश के विकास, रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा समेत अन्य क्षेत्रों के लिए लंबे समय तक याद किए जाएंगे। मारुति सुजूकी कार, सुजूकी बाइक के गुरुग्राम के बाद खरखौदा में उद्योग लगने की शुरुआत सीधे तौर पर उत्तर हरियाणा के विकास का मार्ग खोल दिया है। अब वहां के युवाओं को रोजगार के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं होगी। शिक्षा के क्षेत्र में पहले से वह क्षेत्र अग्रणी है, अब औद्योगिक नगरी भी बनने जा रहा है।