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प्रदेश प्रमुख नवीन गोयल के आग्रह पर ओपी धनखड़ ने जूट के बैग लांच कर की शुरुआत
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जूट के बैग बांटकर सिंगल यूज प्लास्टिक से दूरी बनाने को करेंगे जागरुक
गुरुग्राम। पर्यावरण में सुधार की दिशा में पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा की ओर से एक बार फिर से अभियान शुरू किया गया है। कपड़े के थैले वितरित करके लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करने के लिए जागरुक किया जाएगा। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल के आग्रह पर कोविड प्रोटोकॉल के बीच इस अभियान की विधिवत शुरुआत शुक्रवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने की।
इस अवसर पर नवीन गोयल ने कपड़े का थैला प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ को सौंपते हुए इस अभियान का श्रीगणेश किया। थैले पर जागरुकता के स्लोगन-हम सबके लिए है जरूरी-सिंगल यूज प्लास्टिक से दूरी..। आओ नई अलख जगाएं-गुरुग्राम को स्वच्छ बनाएं..। हम सबने ठाना है-गुरुग्राम को सफाई में देश के टॉप10 शहरों में लाना है। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि देश को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार व्यापक पैमाने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण विभाग पर्यावरण बचाने की दिशा में अपने गठन से ही लगातार काम कर रहा है। चाहे पेड़ लगाने की बात हो या स्वच्छता की बात हो, संगठन ने पूरी निष्ठा के साथ प्रदेश में काम किया है। अब कपड़े के थैलों से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करने के प्रति जागरुकता का यह अभियान काबिले तारीफ है।
हमारे जीवन के लिए घातक है यह प्लास्टिक: नवीन गोयल
पर्यावरण संरक्षण विभाग हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने कहा कि विभाग का यह अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। सिंगल यूज प्लास्टिक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। यह प्लास्टिक हमारे जीवन के लिए घातक है। सिंगल यूज प्लास्टिक में ऐसा केमिकल पाया जाता है, जो ना सिर्फ इंसानों, बल्कि पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने बताया कि पॉलीथीन तो 400 साल तक नष्ट नहीं होती। वह जहां भी डाली जाती है, वहीं पर हमें, हमारे पर्यावरण नुकसान देना शुरू कर देती है। एक रिसर्च के अनुसार दुनियाभर में केवल 9 बिलियन टन प्लास्टिक में से सिर्फ 9 प्रतिशत ही रिसाइकल किया गया है। जिसके कारण अधिकांश प्लास्टिक लैंडफिल, महासागरों और जलमार्ग में जाता है। जिससे हमें सबसे ज्यादा नुकसान होता है। प्लास्टिक को बायोडिग्रेड नहीं किया जा सकता है। यह छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाता है, जिसे माइक्रो प्लास्टिक कहते है।