-माधव गौसेवा धाम गाड़ोली खुर्द में किया गया यह आयोजन
-कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने माता अंगूरी देवी जी को पुष्पांजलि से किया नमन
-डा. डीपी गोयल, नवीन गोयल ने माता जी की प्रेरणा को शक्ति बनाकर और बेहतर काम करने की कही बात
-अलीपुर में गौशाला बनाकर सडक़ों से गौवंश को 6 माह में वहां भेजने की कही बात

गुरुग्राम। कैनविन फाउंडेशन की प्रेरणा स्रोत माता अंगूरी देवी जी की 5वीं पुण्यतिथि पर शनिवार को माधव गौसेवा धाम गाड़ोली खुर्द में सुंदरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में काफी संख्या में लोगों ने शिरकत की। माता अंगूरी देवी जी को पुष्पांजलि से श्रद्धांजलि दी।
माधव गौसेवा धाम गाड़ोली खुर्द में माताजी को नमन करते हुए पहले हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें कैनविन फाउंडेशन परिवार के साथ समाज के मौजिज लोगों ने आहुति दी। माताजी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल ने कहा कि कैनविन फाउंडेशन जनसेवा के क्षेत्र में जो काम कर रहा है, इसके पीछे पूजनीय माता जी का सपना और प्रेरणा है। आज भले ही माताजी हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी प्रेरणा और उनका आशीर्वाद हम सबके साथ है। माताजी ने चिकित्सा के क्षेत्र में ही काम करने के लिए उन्हें प्रेरित किया। उन्हीं के सपने से आज कैनविन एक पौधे से वट वृक्ष बनने की ओर अग्रसर है। कैनविन के कैंपस में हजारों लोग स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। घर के एक सदस्य को बीमार लग जाने पर घर की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हो जाती है। ऐसे घरों, परिवारों के लिए कैनविन उम्मीद की किरण बन गया।

नर सेवा नारायण सेवा का माताजी ने पढ़ाया पाठ: नवीन गोयल

कैनविन फाउंडेशन के सह-संस्थापक, पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत कमेटी के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल ने कहा कि माताजी ने नर सेवा नारायण सेवा का पाठ परिवार को पढ़ाया है। पूरा परिवार उनके नक्शे कदम पर चलते हुए जनसेवा करता है। उन्होंने कहा कि कैनविन फाउंडेशन के रूप में माताजी की प्रेरणा से जनसेवा की जो शुरुआत की गई थी, उससे आज गुरुग्राम की जनता लाभान्वित हो रही है। चाहे कैनविन पॉलीक्लीनिक हों या कैनविन आरोगय धाम, हर जगह पर लोग छोटी-बड़ी बीमारियों का उपचार करा रहे हैं। जो जांच, जो उपचार बड़े अस्पतालों में महंगा होता है, उसे कैनविन फाउंडेशन के माध्यम से राहत देने का प्रयास हम सब कर रहे हैं। नवीन गोयल ने कहा कि गुरुग्राम में सडक़ों पर घूम रहे गौवंश को अगले 6 महीने में सडक़ों से गौशाला में भेजा जाएगा। इसके लिए अलीपुर में गौशाला बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने बुजुर्गों से मिली सीख को अपने जीवन में जरूर ढालना चाहिए। परिवारों में एकता, भाईचारा बनाए रखना चाहिए। हर परिवार का बुजुर्ग अपने बच्चों से यही उम्मीद रखता है कि वे सदा एक होकर रहें। उनकी एकता उनकी मजबूती बने। हमारे समाज में हर व्यक्ति बुजुर्गों की इस सीख को जरूर माने, ताकि परिवार मजबूत रहें।