-गर्मी के मौसम में पानी की आपूर्ति सही कराने के लिए किया आग्रह
गुरुग्राम। शहर में पानी की समस्या के समाधान के लिए रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य डा. डीपी गोयल ने नगर निगम के एक्सईएन मनोज कुमार से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ विनोद अग्रवाल धर्मानी, कैनविन सच्चा साथी मनोज गर्ग, संदीप शर्मा, राजेश सैनी आदि मौजूद रहे।
डा. डीपी गोयल ने एक्सईएन को विभिन्न क्षेत्रों में बाधित हो रही जलापूर्ति से अवगत कराया। विस्तारपूर्वक उनसे इस समस्या के संबंध में चर्चा की। एक्सईएन ने जल्द से जल्द जलापूर्ति सुचारू करने के लिए आश्वस्त किया। डा. डीपी गोयल ने कहा कि गुरुग्राम के हर क्षेत्र में पेयजल की लाइनों को सरकार के निर्देशों पर दुरुस्त किया गया है। पुरानी लाइनों को बदला गया है, ताकि पेयजल आपूर्ति शुद्ध व सुचारू रूप से हो सके। पानी की पुरानी लाइनें अक्सर लीक हो जाती थी और पेयजल आपूर्ति बाधित हो जाती थी। पेयजल लाइनें बदले जाने के बाद इस तरह की शिकायतें दूर हुई। उन्होंने कहा कि अब कई इलाकों में पानी की समस्या आ रही है। घरों तक पेयजल पहुंच नहीं पा रहा है। एक्सईएन मनोज कुमार को लिखित में विभिन्न क्षेत्रों का ब्यौरा देते हुए डा. डीपी गोयल ने कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की कमी होने से घरों में समस्या बढ़ जाती है। पानी हमारी मूलभूत जरूरतों में से एक है। रोजाना पानी की सप्लाई नहीं हो तो लोगों की दिनचर्या प्रभावित होती है। उन्होंने यह भी कहा कि गर्मी का मौसम हो या सर्दी हो, पानी की बचत हमारी प्राथमिकताओं में होना चाहिए। हमारे गुरुग्राम का ग्राउंट वाटर लेवल काफी नीचे जा चुका है। हम डार्क जोन में रह रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हमें पानी की बचत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। भविष्य में बरसात भी आएगी। इसलिए हमें बरसाती पानी का संचयन करना चाहिए। उन्होंने सभी आरडब्ल्यूए से आग्रह किया है कि वे अपने क्षेत्रों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाएं, ताकि बरसात का पानी नालों में ना बहे। उससे जमीन को रिचार्ज किया जा सके। डा. डीपी गोयल ने कहा कि पानी की बर्बादी रोकने के लिए, हर घर तक पानी की आपूर्ति के लिए व्यापार प्रकोष्ठ हरियाणा के प्रदेश प्रमुख भाई नवीन गोयल अपनी पूरी टीम के साथ हर समय कार्य करते रहते हैं। लोगों के बीच वे जागरुकता फैलाकर इस गंभीर विषय पर जानकारियां सांझा करते हैं। हर नागरिक को जल की बचत के लिए खुद पहल करनी चाहिए, ताकि हम अपने भविष्य के लिए पानी का संचयन कर सकें।