-भाजपा प्रत्याशी धर्मबीर सिंह के समर्थन में व्यापारियों के बीच पहुंचे नवीन गोयल
-देश, प्रदेश के समग्र विकास के लिए भाजपा की केंद्र, राज्य में सरकार जरूरी
गुरुग्राम। भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नवीन गोयल ने भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से भाजपा उम्मीदवार धर्मबीर ङ्क्षसह के समर्थन में चुनाव प्रचार किया। अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान वे भिवानी में व्यापारियों के बीच पहुंचे। उन्होंने पार्टी की नीतियों से अवगत कराते हुए अबकी बार 400 के नारे को सार्थक करने में भागीदार बनने की बात कही।
नवीन गोयल ने कई स्थानों पर व्यापारियों के साथ बैठकेें की। सब्जी मंडी, श्री श्याम सूट पैलेस, मुरारी सिनेमा रोड, केडिया ट्रांसपोर्ट कंपनी पुरानी अनाज मंडी, श्याम बेसन भंडार पतराम गेट, इंडस्ट्रियल एरिया में आयोजित इन बैठकों में मोदी सरकार द्वारा व्यापारी वर्ग के हित में चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। सभी ने मिलकर अबकी बार 400 पार का नारे लगाते हुए फिर एक बार मोदी सरकार बनाने का संकल्प लिया। नवीन गोयल ने व्यापारी वर्ग के हित में चलाई जा रही मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं से उन्हें अवगत कराया। इन बैठकों में भिवानी से विधायक एवं पूर्व मंत्री घनश्याम सर्राफ, जिला अध्यक्ष मुकेश गौड़, संघ के अधिकारी सत्यनारायण मित्तल, जिला व्यापार प्रकोष्ठ भिवानी के संयोजक नवीन गुप्ता, सह संयोजक सन्दीप, अमित मेहता, विनोद चावला, एडवोकेट विवेक अग्रवाल, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रधान पवन केडिया, इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान शैलेंद्र जैन, नई अनाज मंडी के प्रधान शिबू बंसल, रामनिवास सिवानी वाला, पवन सुगला, प्रदीप आलमपुरिया, सचिन तायल, राजेश व अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे। सभी से उन्होंने भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी धर्मबीर सिंह के समर्थन में व्यापारी भाइयों से मिलकर कमल निशान पर वोट डालने की अपील की। नवीन गोयल ने कहा कि पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का व्यापारी भारतीय जनता पार्टी की सरकार में खुद को सुरक्षित महसूस भी कर रहा है और बिना किसी परेशानी के अपना व्यापार कर रहा है। व्यापारियों को बेहतर व अनुकूल माहौल भाजपा सरकार ने उपलब्ध कराया है।
भाजपा सरकार हर वर्ग के हितों में काम करती है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए नवीन गोयल ने कहा कि अपने आप में उलझा विपक्ष अपनी ही राजनीति नहीं संभाल पा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के सामने कांग्रेस जैसे राजनीतिक दल का कोई अस्तित्व ही नहीं रह गया है। अनुशासन नाम की कोई चीज कांग्रेस पार्टी में नहीं है। गुरुग्राम सीट पर बाहरी उम्मीदवार को उतारकर कांग्रेस ने अपनी राजनीति और अधिक कमजोर कर ली है।