-फिल्म फौजा के प्रमोशन को लेकर पत्रकार में कही यह बात
-फिल्म के कलाकारों, निर्माता-निर्देशक ने भी बताई फिल्म की कहानी

गुरुग्राम। कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक एवं रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य डा. डीपी गोयल ने कहा कि हमें अपनी भारतीय सेना पर गर्व होना चाहिए। इन सैनिकों की वजह से ही हमारा देश सुरक्षित है। वे बॉर्डर पर हैं तो हम अपने घरों में चैन से रहते हैं। यह बात उन्होंने यहां श्रीमाता शीतला मंदिर में फौजा फिल्म के प्रचार के दौरान पत्रकार वार्ता में कही।
डा. डीपी गोयल ने कहा कि भारत के फिल्म उद्योग ने अनेक फिल्में बनाकर हकीकत को पर्दे पर उतारा है। हमारे सैनिकों की वीरता दिखाई है। फिल्में अपने आप में प्रेरणा का स्रोत होती हैं। अच्छी फिल्मों को सदा सराहना मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि फौजा फिल्म भी सैनिकों को सम्मान देने वाली फिल्म है। परिवार, बच्चों के साथ इस फिल्म को जरूर देखा जाना चाहिए, ताकि बच्चे भी इनसे प्रेरित हों। उन्होंने कहा कि जनसंख्या में भले ही हम कम हों, लेकिन भारतीय सेना में हर छठा जवान हरियाणा का है। हरियाणवियों में देश सेवा का जज्बा बेहतरीन है।
फिल्म में फौजा का किरदार निभाने वाले अभिनेता पवन मल्होत्रा ने फिल्म का प्रचार करते हुए कहा कि हमें अपने सैनिकों का हर जगह पर सम्मान करना चाहिए। जब वे छुट्टी पर घर आएं या वे घर से ड्यूटी पर जाएं तो उनका स्वागत, सम्मान होना चाहिए। आज की युवा पीढ़ी अपने देश के इतिहास को नहीं जानती। पढ़ाई के साथ बच्चों, युवाओं को सैनिकों, युद्धों के बारे में भी बताया जाना चाहिए, ताकि वे यह जान सकें कि हमारे सैनिकों ने सदैव हमारी सुरक्षा के लिए खुद को कुर्बान किया है। अपना चैन-सुकून छोड़ा है। उन्होंने कहा कि फौजा फिल्म अपने आप में सैनिकों को सम्मान देने वाली फिल्म है। इसे देखने जरूर जाएं। फौजा सिर्फ एक नाम नहीं है, बल्कि एक परम्परा है। शारीरिक दिव्यांगता से फौजा भले ही सेना में शामिल ना हो पाया हो, लेकिन सिविलियन के रूप में उसका हौंसला, साहस सैनिकों जैसा है। वह देश, समाज के लिए कुछ करना चाहता है। पवन मल्होत्रा ने कहा कि हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड आदि से परिवार के परिवार सेना में देश सेवा करते हैं। सैनिकों का सम्मान कभी नहीं होना चाहिए। उन्होंने फिल्म अभिनेता सतीश कौशिक को भी श्रद्धांजलि दी।
फिल्म के निर्देशक प्रमोद मंगला व प्रोड्यूसर अजीत डालमिया ने कहा कि फौजा फिल्म एक जून से 10 राज्यों के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म फौजा हर सैनिक, हर सैनिक के परिवार को सम्मान देने वाली है। पूरी फिल्म हरियाणा में ही शूट की गई है। यह फिल्म भारतीय सेना को समर्पित है। कारगिल में शहीद हुए एक सैनिक के जीवन से प्रेरित होकर यह फिल्म बनाई गई है।
फिल्म में अभिनेता कार्तिक ने कहा कि फौज और फौजी की कहानी पर फिल्म बनाना ही अपने आप में बड़ा अवार्ड है। हम फौज का कर्ज कभी उतार नहीं सकते। अभिनेत्री नीवा मलिक ने कहा कि कहने को तो फौजा एक फिल्म है, लेकिन इस फिल्म को बनाने के दौरान यह महसूस हुआ कि एक फौजी बनना और बनाना दोनों ही बहादुरी के काम है। एक सैनिक को तैयार करने के लिए पूरा परिवार लगता है। तब जाकर देश को बहादुर सैनिक मिल पाता है।