गुरुग्राम में मकर संक्रांति की रात को रेलवे स्टेशन पर कंबल वितरण करते पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल।
-महा पुण्य कमाने का पर्व है मकर संक्रांति
-मकर संक्रांति की रात ठंड में ठिठुरते लोगों को बांटे कंबल
-वंचितों की सेवा करना हम सबका कर्तव्य
गुरुग्राम। हर बार की तरह से इस बार भी मकर संक्रांति के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने शहर में घूम-घूमकर उन लोगों को कंबल वितरित किए, जो ठंड में कंपकंपा रहे थे। इतनी ठंड में ऐसे लोगों का जीवन सुरक्षित रहे, इसी सोच के साथ उन्होंने लोगों को कंबल वितरण का कार्य किया। उन्होंने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन समेत शहर में अनेक स्थानों पर जाकर कंबल बांटे।
नवीन गोयल ने कहा कि पुण्य का काम करने के लिए किसी मुहुर्त की जरूरत नहीं होती। हमारे सामने अगर कोई संसाधनों से वंचित व्यक्ति परेशान है तो उसकी सेवा और संभाल करना ही हमारी संस्कृति हमें सिखाती है। पुण्य का काम किसी भी जगह पर किया जा सकता है। हमें सर्दी के मौसम में गर्म कपड़ेे, कंबल आदि का उन लोगों को जरूर दान करना चाहिए, जो कि ठंड में ठिठुरते रहते हैं। मकर संक्रांति का पर्व एक तरह से हमें पुण्य करने का संदेश देता है। नवीन गोयल ने कहा कि यह बिलकुल सही है कि हमारे द्वारा किए गए पुण्य के काम से भगवान में हम कई गुणा ज्यादा खुशियां देता है। यह पर्व महा पुण्य कमाने का पर्व है। सनातन संस्कृति में हर पर्व की अपनी एक विशेषता है। मकर संक्रांति दान करने का संदेश देती है तो होली का पर्व रंगों से सराबोर करता है। दीवाली हमें रोशनी फैलाने का संदेश देती है। इसके अलावा सभी पर्व में आपसी भाईचारे के साथ रहने का बड़ा संदेश देते हैं। नवीन गोयल ने कहा कि हम सबका यह कर्तव्य है कि हम ऐसे लोगों की सहायता जरूर करें, जो संसाधनों से वंचित हैं। जिनके पास दो वक्त की रोटी खाने के भी संसाधन नहीं हैं। बुजुर्गों, लाचारों को हर हाल में हमें संभालना चाहिए। मकर संक्रांति दान के साथ अपने घर, परिवार के बुजुर्गों का सम्मान का पर्व है। इसलिए अपने बुजुर्गों के साथ समाज के उन बुजुर्गों का भी नियमित तौर पर ख्याल रखें, जो अपनों के अभाव में जीवन की जद्दोजहद में परशानियां झेलते हैं।