-500 साल का संघर्ष अब लाया है रंग

गुरुग्राम। हमारे पूर्वजों के संघर्ष और बलिदान से महल रूपी मंदिर में राम लला लौट रहे हैं। कुछ घंटे बीच में हैं और फिर ऐतिहासिक पलों की दुनिया साक्षी बनेगी। करीब 500 साल का संघर्ष रंग लेकर आया है। 21वीं सदी में इसे साकार करने में अहम भूमिका निभाने वाले देश के विकास पुरुष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार है। राम लला का मंदिर बनाने के लिए संघर्ष से लेकर अब मंदिर निर्माण तक उनकी भी विशेष भूमिका रही है। यह कहना है पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा के प्रमुख एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत के प्रदेश सह-संयोजक नवीन गोयल का।

गुरुग्राम से पूरी दुनिया में बैठे सनातनियों को राम मंदिर निर्माण और मंदिर में राम लला के विराजमान होने की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक है। यह ऐसे क्षण हैं, जो कि जीवन भर हमारे अंदर गौरव की अनुभूति कराते रहेंगे। जब-जब हम राम मंदिर के निर्माण से पूर्व के संघर्ष को स्मरण करेंगे, तब-तब यह पल हमें उत्साहित भी करेंगे। नवीन गोयल ने कहा कि 22 जनवरी की रात को दीवाली मनाने के लिए उन्होंने गुरुग्राम में 51 हजार दीये आवंटित कराए हैं। राम मंदिर में राम लला के विराजमान होने की खुशी में जलाए जाने वाले दीयों की रोशनी से ना केवल हमें गौरवान्वित करेगी, बल्कि सर्दी की रात में हमारे पर्यावरण, वातावरण को भी संतुलित करेगी। उन्होंने ने कहा कि राम लला मंदिर हमारी आत्मा और आस्था से जुड़ा विषय है। हमारे बुजुर्गों ने इस कार्य के लिए लंबा संघर्ष किया। बहुत से बुजुर्ग इन क्षणों के साक्षी नहीं बन पा रहे हैं। श्रीराम लला मंदिर के लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया है। क्योंकि वे अपनी सांसारिक यात्रा पूरी कर चुके हैं। हम किस्मत वाले हैं, जिनकी आंखें इन पलों को देख सकेगी। जिनकी आत्मा महसूस कर सकेगी। हम सभी इस दिन का इंतजार था, जो अब सदा के लिए खत्म होने जा रहा है। पूरे देश में लोग अपने-अपने हिसाब से तैयारी कर रहे हैं।

उन्होंने नवरात्रों से सुंदर कांड पाठ की शुरुआत की थी। 640 से अधिक पाठ अब तक पूर्ण हो चुके हैं। लोगों में इस कार्य के प्रति उत्साह है। एडवांस में सुंदर कांड की बुकिंग रहती है। हर वर्ग में उत्साह का भाव है। उन्होंने कहा कि सही मायने में राम राज की अब स्थापना हो रही है। हमारा फर्ज बनता है कि हम रामजी के प्रति अपनी ड्यूटी पूरी करें। उन्होंने कहा कि राम काज कीन्हे बिना मोहे कहां विश्राम। नवीन गोयल ने कहा कि राम जी ने हर विषय को संजीदगी से लिया है। हर विषय पर रामायण में हल मिलता है। उन्होंने कहा कि राम लला के दर्शन करने के लिए गुरुग्राम से भी लाखों लोग जाएंगे। यह हमारे लिए धर्म का बहुत बड़ा तीर्थ क्षेत्र बन गया है। देश का गौरव राम लला के मंदिर से बढ़ा है।